RTI (सूचना का अधिकार) कैसे लगाएँ – Step by Step गाइड | 2025

RTI (सूचना का अधिकार) कैसे लगाएँ

भूमिका

भारत में लोकतंत्र की मजबूती का सबसे बड़ा आधार पारदर्शिता और जवाबदेही है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI Act), 2005 लागू किया। इसके तहत कोई भी भारतीय नागरिक किसी भी सरकारी विभाग से सवाल पूछ सकता है और जानकारी प्राप्त कर सकता है।

लेकिन अक्सर लोगों को यह समझ नहीं आता कि RTI आवेदन कैसे लिखें या ऑनलाइन RTI कैसे डालें। इस आर्टिकल में हम आपको RTI की पूरी प्रक्रिया Step by Step बताएँगे – ताकि आप आसानी से जानकारी हासिल कर सकें।


RTI क्या है?

RTI का पूरा नाम है – Right to Information (सूचना का अधिकार)

  • यह एक कानूनी अधिकार है जो हर भारतीय नागरिक को प्राप्त है।
  • इसके तहत आप किसी भी सरकारी विभाग, मंत्रालय, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी, पंचायत, नगर निगम, बैंक आदि से जानकारी ले सकते हैं।
  • यह जानकारी लिखित रूप में या डिजिटल फॉर्म में आपको मिल सकती है।

👉 सरल भाषा में – RTI का मतलब है कि सरकार से सवाल पूछने और जवाब पाने का आपका अधिकार।


कौन RTI डाल सकता है?

  • कोई भी भारतीय नागरिक RTI डाल सकता है।
  • RTI डालने के लिए न्यूनतम आयु की कोई शर्त नहीं है। यानी 18 साल से कम उम्र का व्यक्ति भी RTI डाल सकता है।
  • विदेश में रहने वाले भारतीय (NRI) भी RTI डाल सकते हैं।

RTI डालने के फायदे

  1. पारदर्शिता (Transparency): सरकार और विभाग खुले तौर पर जानकारी देने को बाध्य होते हैं।
  2. जवाबदेही (Accountability): अधिकारी नागरिकों को जवाब देते हैं।
  3. भ्रष्टाचार पर रोक: छिपी हुई जानकारी सामने लाकर गलत कामों को रोका जा सकता है।
  4. नागरिक सशक्तिकरण: आम आदमी को अपनी बात रखने का एक मजबूत हथियार मिलता है।

RTI आवेदन करने की प्रक्रिया (ऑफ़लाइन तरीका)

अगर आप ऑफ़लाइन RTI डालना चाहते हैं, तो इसके लिए ये कदम उठाएँ:

  1. कागज पर आवेदन लिखें: A4 साइज पेपर पर साधारण भाषा में लिख सकते हैं।
  2. किसे संबोधित करें: संबंधित विभाग के Public Information Officer (PIO) को संबोधित करें।
  3. अपनी जानकारी दें: नाम, पता और संपर्क नंबर साफ लिखें।
  4. अपने सवाल लिखें: एक-एक करके स्पष्ट और संक्षिप्त प्रश्न पूछें।
  5. शुल्क जमा करें: 10 रुपये का पोस्टल ऑर्डर या डिमांड ड्राफ्ट संलग्न करें। (कुछ राज्यों में शुल्क अलग हो सकता है।)
  6. आवेदन भेजें: रजिस्टर्ड डाक/स्पीड पोस्ट से संबद्ध विभाग को भेज दें।

👉 विभाग को 30 दिनों के भीतर जवाब देना अनिवार्य है।


RTI ऑनलाइन कैसे डालें?

आजकल RTI ऑनलाइन डालना सबसे आसान तरीका है। इसके लिए आपको सरकारी पोर्टल पर जाना होगा।

Step by Step:

  1. RTI Online पोर्टल पर जाएँ।
  2. Submit Request” पर क्लिक करें।
  3. अपनी जानकारी (नाम, ईमेल, फोन नंबर, पता) भरें।
  4. संबंधित मंत्रालय/विभाग चुनें।
  5. अपने सवाल साफ और संक्षिप्त भाषा में लिखें।
  6. शुल्क (₹10) UPI, कार्ड, नेटबैंकिंग से भरें।
  7. “Submit” पर क्लिक करें और Reference ID नोट कर लें।

👉 इस ID से आप बाद में अपने आवेदन की स्थिति (Status) ट्रैक कर सकते हैं।


RTI Application Format (उदाहरण)

नीचे एक साधारण RTI आवेदन का उदाहरण दिया गया है:

सेवा में,  
लोक सूचना अधिकारी,  
[विभाग का नाम],  
[पता]  

विषय: सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत जानकारी की मांग  

महोदय/महोदया,  

मैं [आपका नाम], निवासी [पूरा पता], सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत निम्नलिखित जानकारी चाहता/चाहती हूँ:  

1. [आपका पहला प्रश्न]  
2. [आपका दूसरा प्रश्न]  
3. [अगर और प्रश्न हों तो]  

साथ ही, आवेदन शुल्क के रूप में ₹10 का पोस्टल ऑर्डर संलग्न है।  

कृपया निर्धारित समय सीमा में जानकारी उपलब्ध कराएँ।  

भवदीय,  
[आपका नाम]  
[पता]  
[फोन/ईमेल]  

RTI डालते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • सवाल स्पष्ट और संक्षिप्त लिखें।
  • व्यक्तिगत राय या “क्यों” वाले सवाल न पूछें।
  • विभाग सही चुनें, वरना आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
  • जवाब पाने के लिए 30 दिन इंतजार करें। अगर नहीं मिला तो आप First Appeal डाल सकते हैं।

अगर विभाग जवाब नहीं देता तो क्या करें?

  • First Appeal: RTI डालने के 30 दिन बाद भी जवाब न मिले तो आप First Appellate Authority को अपील कर सकते हैं।
  • Second Appeal: अगर वहाँ से भी समाधान न मिले तो CIC (Central Information Commission) में अपील कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: RTI डालने का शुल्क कितना है?
👉 सामान्यतः 10 रुपये। BPL (Below Poverty Line) कार्डधारकों के लिए शुल्क नहीं है।

Q2: RTI का जवाब कितने दिन में मिलता है?
👉 30 दिन में जवाब देना अनिवार्य है।

Q3: क्या RTI ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से डाली जा सकती है?
👉 हाँ, आप दोनों तरीकों से RTI डाल सकते हैं।

Q4: RTI में कौन-कौन सी जानकारी माँगी जा सकती है?
👉 आप सरकारी फाइल, रिपोर्ट, आदेश, रिकॉर्ड, कॉन्ट्रैक्ट, डाटा आदि माँग सकते हैं। लेकिन निजी जानकारी (जो पब्लिक इंटरेस्ट से जुड़ी नहीं है) नहीं माँग सकते।

Q5: अगर अधिकारी गलत/अधूरी जानकारी दे तो क्या करें?
👉 आप अपील कर सकते हैं और CIC तक जा सकते हैं।


निष्कर्ष

RTI (सूचना का अधिकार) भारतीय नागरिकों के हाथ में एक शक्तिशाली हथियार है। इसके माध्यम से आप न केवल अपनी ज़रूरत की जानकारी पा सकते हैं, बल्कि शासन व्यवस्था में पारदर्शिता भी ला सकते हैं।

👉 चाहे ऑफलाइन हो या ऑनलाइन, RTI डालना बेहद आसान है। बस सवाल स्पष्ट लिखें, शुल्क जमा करें और समयसीमा का ध्यान रखें।

अगर आप जागरूक रहेंगे तो RTI आपकी आवाज़ को मज़बूत बनाएगा और सिस्टम को जवाबदेह भी।

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