ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव

ऑपरेशन सिंदूर

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। पाकिस्तान द्वारा जम्मू और कश्मीर में नागरिक और सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद, भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत निर्णायक कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।

पृष्ठभूमि: बढ़ते तनाव और उकसावे

अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 भारतीय पर्यटकों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार ठहराया, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया। इसके बाद, पाकिस्तान ने जम्मू और कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में भारी गोलीबारी और गोलाबारी शुरू कर दी, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया।

पाकिस्तान की आक्रामकता: नागरिक और सैन्य क्षेत्रों पर हमले

7-8 मई की रात, पाकिस्तान ने जम्मू हवाई अड्डे सहित कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइल हमले किए। इन हमलों के जवाब में, जम्मू शहर और आसपास के क्षेत्रों में ब्लैकआउट लागू किया गया और सुरक्षा उपायों को कड़ा किया गया। भारतीय वायुसेना ने इन हमलों को विफल करने के लिए अपने एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय किया और सभी हमलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया।

भारत की जवाबी कार्रवाई: ऑपरेशन सिंदूर

पाकिस्तान की आक्रामकता के जवाब में, भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन में, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के लाहौर में स्थित एक एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया, जिससे पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को बड़ा झटका लगा।

भारतीय वायुसेना का S-400 ट्रायम्फ सिस्टम: एक गेम-चेंजर

भारतीय वायुसेना ने रूस से प्राप्त S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम का उपयोग करके पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को विफल किया। इस सिस्टम की लंबी दूरी की क्षमताओं ने भारतीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की और पाकिस्तान के हमलों को नाकाम किया।

नागरिक प्रभाव और मानवीय चिंता

इस संघर्ष ने दोनों देशों के नागरिकों पर गंभीर प्रभाव डाला है। भारत में, पाकिस्तान की गोलीबारी के कारण 16 नागरिकों की मौत हुई और 59 घायल हुए। वहीं, पाकिस्तान ने दावा किया कि भारतीय हमलों में 31 नागरिकों की मौत हुई। इन घटनाओं ने दोनों देशों में मानवीय संकट को जन्म दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा दी है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं और संयम की अपील

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ ने दोनों देशों से संयम बरतने और कूटनीतिक संवाद के माध्यम से स्थिति को शांत करने की अपील की है।


निष्कर्ष

“ऑपरेशन सिंदूर” भारत की संप्रभुता की रक्षा और अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हालांकि इस ऑपरेशन ने सामरिक सफलता प्राप्त की है, लेकिन क्षेत्र में शांति और स्थिरता की बहाली के लिए निरंतर कूटनीतिक प्रयास और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता आवश्यक हैं।

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