आज, 8 जनवरी का दिन share market के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद, रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज शेयरों के मजबूत प्रदर्शन ने सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) जैसे प्रमुख सूचकांकों को बड़ी गिरावट से बचा लिया। दिन के अंत में, ये सूचकांक लगभग सपाट स्तर पर बंद हुए। वहीं, छोटे और मझोले शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई, जिसके चलते निवेशकों को निराशा हाथ लगी।
Share Market
तेल-गैस शेयरों में जोरदार उछाल: आज के कारोबार में तेल और गैस कंपनियों के शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया। इसका मुख्य कारण कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी थी। बाजार को उम्मीद है कि बढ़ती कीमतों से इन कंपनियों के मुनाफे में इजाफा होगा। ONGC, BPCL और IOC जैसी कंपनियों के शेयरों में अच्छी खासी बढ़त दर्ज की गई।
IT और ITC ने भी दिया सहारा: तेल-गैस शेयरों के अलावा, आईटी (IT) सेक्टर और आईटीसी (ITC) के शेयरों में भी सुधार देखने को मिला। शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद इन शेयरों में खरीदारी लौटी, जिसने बाजार को सहारा दिया। Infosys, TCS और Wipro जैसे दिग्गज आईटी शेयरों में रिकवरी देखी गई।
निफ्टी और सेंसेक्स की चाल: निफ्टी 50 (Nifty 50) दिन के निचले स्तर से 192 अंकों की रिकवरी करते हुए 0.08% की मामूली गिरावट के साथ 23,688 पर बंद हुआ। वहीं, सेंसेक्स (Sensex) भी दिन के निचले स्तर से 666 अंक उछलकर 0.06% की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) का शानदार प्रदर्शन इन सूचकांकों को गिरावट से बचाने में अहम साबित हुआ।
छोटे और मझोले शेयरों में रही गिरावट: आज के कारोबार का सबसे कमजोर पहलू छोटे और मझोले शेयरों (small-cap and mid-cap stocks) का प्रदर्शन रहा। इन शेयरों में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया। नतीजतन, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स (Nifty Smallcap 100 index) 1.65% लुढ़ककर 18,365 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स (Nifty Midcap 100 index) 1.05% गिरकर 56,270 के स्तर पर बंद हुआ। निवेशकों के लिए यह एक चिंताजनक संकेत है।
Share Market का आगे का रुख: आज के कारोबार से यह स्पष्ट है कि share market में अभी अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। दिग्गज शेयरों में खरीदारी का रुझान है, लेकिन छोटे और मझोले शेयरों में बिकवाली का दबाव चिंता का विषय है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सोच-समझकर निवेश करें और बाजार के उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहें। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी share market में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। निवेशकों को बाजार की चाल पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए और अपने जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार ही निवेश करना चाहिए। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह गिरावट खरीदारी का अवसर भी बन सकती है, लेकिन शार्ट टर्म ट्रेडिंग में सतर्कता जरूरी है।
निवेशकों में डर का माहौल (Investor Sentiment)
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, छोटे-मझोले शेयरों की गिरावट निवेशकों में डर का माहौल बना सकती है। संभावित नुकसान से बचने के लिए निवेशक लार्ज-कैप शेयरों (large-cap stocks) का रुख कर सकते हैं। हालांकि, लंबी अवधि के लिए निवेश करने वालों और जोखिम उठाने की क्षमता रखने वालों के लिए यह गिरावट अवसर भी बन सकती है। फिलहाल, बाजार में सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
वैश्विक कारक और आगे का रास्ता (Global Factors and Future Outlook)
भारतीय share market वैश्विक घटनाओं से भी प्रभावित होता है। अमेरिकी ब्याज दरों में संभावित बढ़ोतरी और चीन की धीमी अर्थव्यवस्था का असर भी बाजार पर पड़ सकता है। कंपनियों के तिमाही नतीजे और सरकारी नीतियां भी share market की दिशा तय करेंगी। निवेशकों को इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए निवेश का फैसला लेना चाहिए।
निष्कर्ष: आज के दिन share market में काफी हलचल रही। जहां दिग्गज शेयरों ने बाजार को सहारा दिया, वहीं छोटे और मझोले शेयरों में गिरावट ने निवेशकों को निराश किया। आने वाले दिनों में बाजार की चाल कैसी रहती है, यह देखना दिलचस्प होगा।
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